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होम लोन में मूलधन राशि क्या है - जानने लायक महत्वपूर्ण बातें

10 अगस्त 2023 को प्रकाशित

आज, भारत में कई लेंडर्स हैं जो सुविधाजनक पुनर्भुगतान शर्तों के साथ प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर लोन देना चाहते हैं, इसलिए होम लोन प्राप्त करना पहले से कहीं आसान हो गया है. एक और जहां लोन मिलना आसान हो गया है, वहीं आपके लिए लोन के विभिन्न पहलुओं पर विचार करना भी ज़रूरी हो गया है. आपको लोन की मूलधन राशि क्या है, फिक्स्ड और फ्लोटिंग ब्याज दर, रेपो दर आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए. अगर आप पहली बार होम लोन ले रहे हैं, तो होम लोन में मूलधन राशि के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें.

चाहे यह होम लोन हो, या किसी अन्य प्रकार का लोन हो, मूलधन राशि वह वास्तविक लोन राशि है जिसे लेंडर ने आपके लिए स्वीकृत और वितरित किया है. दूसरे शब्दों में, होम लोन में मूलधन वह राशि है जो आपको लेंडर से प्राप्त होती है. यह राशि आपके द्वारा मांगी गई राशि के समान या उससे कम हो सकती है. लेंडर आपकी फाइनेंशियल प्रोफाइल के मूल्यांकन के आधार पर अंतिम लोन राशि निर्धारित करते हैं.

जब होम लोन का पुनर्भुगतान करने की बात आती है, तो इसके दो घटक होते हैं, जो हैं:

  • आपके द्वारा उधार ली गई मूल लोन राशि, यानी मूल राशि और
  • लेंडर द्वारा लगाया जाने वाला ब्याज, यानी होम लोन की ब्याज दर

अब जब आप होम लोन में मूलधन राशि के बारे में जानते हैं, तो आप यह समझ सकते हैं कि कितनी राशि उधार लेनी है.

हालांकि नया घर खरीदना या घर का मालिक होना एक बहुत ही उत्साहित करने वाली बात है, लेकिन आपको यह भी समझना चाहिए कि जब आप होम लोन लेते हैं तो आप एक बहुत बड़ी राशि उधार ले रहे होते हैं. आपको 10-30 वर्षों की अवधि में इस राशि का पुनर्भुगतान करना होगा. इस प्रकार, होम लोन लेना एक बड़ी फाइनेंशियल प्रतिबद्धता है. इसलिए, बुद्धिमानी से लोन राशि चुनें ताकि पुनर्भुगतान आसान हो.

इसलिए, निर्णय लेते समय आपको निम्नलिखित पहलुओं पर विचार करना चाहिए.

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LTV (लोन टू वैल्यू रेशियो)

लोन-टू-वैल्यू रेशियो वह अधिकतम राशि है जो लेंडर आपको प्रॉपर्टी खरीदने के लिए उधार दे सकता है. RBI के मैंडेट के अनुसार, लेंडर लोन के रूप में प्रॉपर्टी की वैल्यू का 100% फाइनेंस या फंड नहीं कर सकते हैं.

आमतौर पर, लेंडर या फाइनेंशियल संस्थान होम लोन एप्लीकेशन मंजूर करने से पहले LTV का आकलन करते हैं ताकि वे प्रॉपर्टी की वास्तविक कीमत से अधिक उधार न दे सकें. आप होम लोन के रूप में प्रॉपर्टी की वैल्यू का अधिकतम 80% उधार ले सकते हैं.

कुछ लेंडर कस्टमर के साथ अच्छे संबंध के आधार पर प्रॉपर्टी की कीमत के 90% तक का लोन स्वीकार करते हैं. इसलिए, आपको अपनी जेब से 10% से 20% तक की राशि का भुगतान करना होता है. इसलिए, अच्छा होगा कि आप अपनी फाइनेंशियल स्थिति का आकलन करें, अधिकतम डाउन पेमेंट राशि जानें, और उसके अनुसार लोन के लिए अप्लाई करें.

कई विशेषज्ञों का मानना है कि प्रॉपर्टी की वैल्यू के 20% तक राशि का अनिवार्य रूप से डाउन पेमेंट के रूप में भुगतान करना चाहिए. इससे आपको कम उधार लेने में मदद मिलेगी, जिससे आपकी EMI अधिक किफायती होगी.

मौजूदा कर्ज़

जब आप होम लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो आपको अपनी वर्तमान फाइनेंशियल प्रतिबद्धताओं का भी ध्यान रखना होता है. अगर आप पहले से ही क़र्ज़े में हैं, तो पहले पुराना उधार चुकाएं और फिर होम लोन लें, या फिर कम राशि का होम लोन लें, ताकि EMI का पुनर्भुगतान आप पर बोझ न बने. याद रखें, आपको अपने परिवार के रोजमर्रा के खर्च भी निकालने हैं. इसलिए, अपनी गणनाएं सावधानीपूर्वक करें, और उसके अनुसार सही राशि चुनें.

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बकाया मूलधन राशि कैसे चेक करें?

मान लें कि आपने ₹ 5 लाख का होम लोन लिया है, और आप ₹ 20,000 की पहली EMI का पुनर्भुगतान करते हैं. अब, अगर आपको लगता है कि पहली EMI का भुगतान करने के बाद, आपकी बकाया राशि अब ₹ 4.8 लाख है, तो आप गलत हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप EMI का भुगतान करते हैं, तो इसमें ब्याज घटक भी शामिल होता है.

शुरुआती वर्षों के लिए EMI का एक बड़ा हिस्सा ब्याज राशि का पुनर्भुगतान करने में जाता है. इसलिए, अपनी EMI का पुनर्भुगतान करते रहने के दौरान, आप बकाया मूलधन राशि जानना चाहेंगे, है ना?? बकाया मूलधन राशि जानने के दो आसान तरीके यहां दिए गए हैं.

  • एमॉर्टाइज़ेशन शिड्यूल चेक करें

एमोर्टाइज़ेशन शिड्यूल आपको पुनर्भुगतान शिड्यूल की पूरी समरी प्रदान करता है. यह आपको महीने की शुरुआत में ओपनिंग बैलेंस, बकाया मूलधन राशि और EMI में ब्याज तथा मूलधन राशि घटक का ब्रेकअप प्रदान करता है.

  • होम लोन अकाउंट स्टेटमेंट प्राप्त करें

हाउसिंग लोन पर भुगतान की गई मूलधन राशि और शेष राशि के बारे में जानने का एक और आसान तरीका लेंडर से होम लोन अकाउंट स्टेटमेंट प्राप्त करना है. यह एक नियमित बैंक अकाउंट स्टेटमेंट की तरह होता है जिसमें आपके लोन से संबंधित सभी ट्रांज़ैक्शन का विवरण दिया होता है.

अंत में

होम लोन में मूलधन राशि वह राशि है जिसे आप उधार लेते हैं. जब आप कोई भी लोन लेते हैं, तो आपके पास एक अच्छी पुनर्भुगतान रणनीति भी होनी चाहिए, ताकि पुनर्भुगतान पर डिफॉल्ट न हो.

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