श्री नागेश पिंगे एथिक्स, कॉर्पोरेट गवर्नेंस, रिस्क मैनेजमेंट और इंटरनल ऑडिट में विशेषज्ञ हैं. वह भारत से अर्हता प्राप्त चार्टर्ड अकाउंटेंट और लॉ ग्रेजुएट है. उन्होंने अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय के स्टीफन एम रॉस स्कूल ऑफ बिज़नेस से एग्जीक्यूटिव एजुकेशन प्रोग्राम भी पूरा किया है.
36 वर्षों के करियर में, पिंगे ने कई प्रतिष्ठित संगठनों के साथ काम किया है. वह नवंबर 2016 में टाटा मोटर्स से "चीफ-इंटरनल ऑडिट, रिस्क मैनेजमेंट और एथिक्स" के रूप में सेवानिवृत्त हुए. इससे पहले वे रिलायंस रिटेल लिमिटेड और JSW स्टील लिमिटेड में इंटरनल ऑडिट चीफ़ थे. श्री पिंगे ने ICICI बैंक और इसकी ग्रुप कंपनियों के लिए रिस्क मैनेजमेंट (चीफ रिस्क ऑफिसर), रेगुलेटरी कंप्लायंस और इंटरनल ऑडिट (ग्रुप हेड-इंटरनल ऑडिट) के रूप में भी काम किया है.
श्री पिंगे भारत के इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनल ऑडिटर्स के पूर्व अध्यक्ष हैं. वह "इंटरनल ऑडिट में उत्कृष्ट योगदान" के लिए "एशियन कॉन्फेडरेशन ऑफ इंस्टिट्यूट्स ऑफ इंटरनल ऑडिट" द्वारा वर्ष 2017 के लिए दिए गए “ACIIA” अवॉर्ड के प्राप्तकर्ता हैं. वह वर्ष 2014 के लिए इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया द्वारा दिए गए "ICAI" अवॉर्ड के प्राप्तकर्ता भी हैं.
श्री पिंगे भारत के इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा संचालित "डायरेक्टर्स के लिए मास्टरक्लास" में एक नियमित फैकल्टी हैं. उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित "बैंकों के लिए जोखिम आधारित ऑडिट" पर एक तकनीकी मार्गदर्शन नोट लिखा है.